मेरी डायरी का पांचवा पन्ना, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेरे भाग्यवादी मित्रो के लिए........


मित्रो , आज हम प्रभावशाली उत्तर लेखन के बारे में जानेंगे यानि की सिविल सर्विसेज परीक्षा में किस प्रकार से लिखा जाये कि जिससे हम इस परीक्षा में सफल हो सके |
         सिविल सेवा परीक्षा की वर्तमान प्रासंगिकता की और हम देखते हैं कि इसका दूसरा चरण यानि मुख्य परीक्षा में में सफल होना एक चुनौती भरा काम हैं | इसमें सफलता हासिल करने के लिए एक लम्बी जद्दोजहद करनी पड़ती हैं| इसकी सफलता में एक राज छुपा हुआ हैं वो हैं,: लेखन शैली|
मुख्य परीक्षा में आपके लिखने का तरीका आपको अच्छे मार्क्स दिला सकता हैं क्यों नही भले ही आप को कम जानकारी हो, जरूरत हैं एक्सामिनर को अपने कब्जे में लेने की, वो सिर्फ आपकी लेखन शैली के माध्यम से आप की ओर आकर्षित हो सकता हैं|
          भाग्यवादी मित्रो! सिविल सेवा परीक्षा में उत्तर लिखने का तरीका अकादमिक परीक्षाओं में उत्तर लिखने के तरीके से कई गुना भिन्न हैं | संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा नियम के अन्दर यह साफ तौर पर लिखा हुआ हैं कि “लेंग्थ नही कंटेंट चाहिये” इससे यह बात साफ हो गयी कि तथ्यात्मक उत्तर होना चाहिए | हम जिस विषय का अध्ययन करते हैं तो उससे जुडी बेसिक जानकारी हमे पता होनी होनी आवश्यक हैं,जिसके बिना उससे सम्बन्धित गहन जानकारी नही हासिल कर सकते हैं|
हमने यह जान लिया कि उत्तर कैसे लिखे? फिर भी हमारे मस्तिष्क में यह बात आती हैं कि प्रभावशाली उत्तर बनाने के लिए हमे क्या करना होगा?
          मित्रो! एक प्रवाह से युक्त नदी अपनी धार से किस प्रकार बहती हैं जिससे उसमे जानदार आवाज निकलती हैं उसी प्रकार हमारे उत्तर लेखन में भी एक आवाज होनी चाहिए| पानी रूपी कागज में हम किस प्रकार से पानी का आगमन करते हैं |
शुरुआत NCERT से करो जिसमे आपको नोट्स नही बनाने हैं सिर्फ ,तथ्यों को अंडरलाइन करना हैं जो आपको प्री में आपकी सहायता कर सके| इसको पूर्ण करने के पश्चात प्रत्येक विषय की एक मानक बुक लीजिये साथ ही उससे जुडी NCERT की पुस्तक फिर दोनों से सामग्री एकत्रित करते हुए नोट्स बना दीजिये| नोट्स के दौरान सर्वप्रथम बेस्किस को लिखिए फिर प्रवाह बनाते हुए विश्लेष्णात्मक जानकारी को| यह प्रक्रिया प्रत्येक विषय के साथ अपनाए |
           अंतिम शक्ति “ अभ्यास “ के पास होती हैं जो आपको लेखन शैली में मदद करता हैं| यह पंक्ति मैं इस सच मौके पर कहना चाहता हूँ: “PRACTICE MAKES A PERFECT MAN
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों में से एक प्रश्न के बारे में चर्चा करूंगा:
प्रश्न: “राष्ट्रपति राजा नही हैं” नैनीताल उच्च न्यायालय की इस टिप्पणी पर समालोचनात्मक वर्णन कीजिये? (200शब्द)
           इस प्रश्न के उत्तर में हम सर्वप्रथम भारतीय संविधान में राष्ट्रपति से जुडी जानकारी प्रथम पैरा में लिखेंगे फिर पैरा बनाते हुए उतराखंड उच्च न्यायालय ने यह टिप्पणी किसके सन्दर्भ में की जैसे कि राज्य में राष्ट्रपति शासन के बारे में तो , इससे जुडी तमाम गहन  जानकारी को लिखे अंततः निष्कर्ष के साथ उत्तर को समाप्त करे| यह हमे दो सौ शब्दों में लिखना होगा|         
          “कुछ लोग वक्त के साँचे में ढल जाते हैं,
          कुछ लोग वक्त के साँचे को ही बदल जाते हैं,
          माना की वक्त माफ़ नही करता किसी को
          पर वक्त क्या कर लेगा उनका, जो वक्त से आगे निकल जाते हैं”
                                      अगले अंक में.................. (निबन्ध को किस प्रकार लिखे)
-शौकत अली खान, तेजा की बेरी
(यह लेखक के अपने निजी विचार हैं)

                                       


       

Post a Comment

0 Comments