ओ ! हीरो यह क्या कर गए...😢
निःशब्द हूँ,स्तब्ध हूँ,यह अंदाजा ना था कि प्रिय एक्टर इस दुनिया से हमेशा के लिए रुख़सत हो जाएगा;कल कोकिलाबेन अस्पताल में तुम्हें भर्ती कराने की खबर ने थोड़ा बैचेन कर दिया था लेकिन भरोसा था कि आप जल्द ही ठीक होकर पुनः अपने अंदाज में लौट आओगे.
मैं फिल्मी दुनिया से कम ही वाकिफ हूँ लेकिन तुम्हारे जैसे विरले एक्टरों ने 'कुछ अच्छा देखना' सिखाया
खैर ! नियति के आगे हम सब बोने हैं कि एक बेमिसाल और अज़ीम शख्सियत को इस तरह छीनना शून्य कर देता हैं.
'ना रहम और ना रिहाई' भरे इस दौर में किसका बस चलता हैं यह कोई नही जानता;आपको दिली खिराज-ऐ-अकीदत इरफान मियाँ.
परवरदिगार तुम्हें जन्नत नसीब करे !
"आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न, अब ना शरमाओ कि चश्म-ए- मुन्तजिर बेनूर है"
- शौक़त
#RIPIrrfanKhan
निःशब्द हूँ,स्तब्ध हूँ,यह अंदाजा ना था कि प्रिय एक्टर इस दुनिया से हमेशा के लिए रुख़सत हो जाएगा;कल कोकिलाबेन अस्पताल में तुम्हें भर्ती कराने की खबर ने थोड़ा बैचेन कर दिया था लेकिन भरोसा था कि आप जल्द ही ठीक होकर पुनः अपने अंदाज में लौट आओगे.
मैं फिल्मी दुनिया से कम ही वाकिफ हूँ लेकिन तुम्हारे जैसे विरले एक्टरों ने 'कुछ अच्छा देखना' सिखाया
खैर ! नियति के आगे हम सब बोने हैं कि एक बेमिसाल और अज़ीम शख्सियत को इस तरह छीनना शून्य कर देता हैं.
'ना रहम और ना रिहाई' भरे इस दौर में किसका बस चलता हैं यह कोई नही जानता;आपको दिली खिराज-ऐ-अकीदत इरफान मियाँ.
परवरदिगार तुम्हें जन्नत नसीब करे !
"आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न, अब ना शरमाओ कि चश्म-ए- मुन्तजिर बेनूर है"
- शौक़त
#RIPIrrfanKhan
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